Praveen Behl 'Khushdil'
Home
Social Sites
Facebook
Twitter
Hasya Rachna
Monday, 25 May 2015
पति तेरी यही कहानी
19:41
Hasya-Rachna
No comments
माँगा था घी, दुकानदार ने तेल दिया।
भीड़ थी ज्यादा बाहर को ठेल दिया।।
रही सही कसर घर जा के हो गयी पूरी
बीवी ने बेलन से बुरी तरह् पेल दिया।।
Email This
BlogThis!
Share to X
Share to Facebook
Newer Post
Older Post
Home
0 comments:
Post a Comment
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Social Profiles
Popular
Tags
Blog Archives
....वृद्धावस्था - एक अभिशाप....
व क़्त का प्रवाह रोके नहीं रुकता । समय किसी की जागीर नहीं जिसे अपनी तिजोरी में संजो के रख लिया जाये । वो तो एक आजाद पंछी की भांति स्वतंत्...
गंजापन – दुनियाँ का सबसे बड़ा दुःख
दोस्तों ! दुनियां में बहुत दुःख है ! शायद ही कोई इंसान ऐसा हो इस ब्रह्माण्ड में जो दुखी न हो ! कोई बीवी से दुखी तो कोई पति से कोई बेटे से ...
--इंसान या नरपिशाच—
मा नो कल ही की बात हो । समाज के लोग आपस में विचार विमर्श करके किसी भी विवाद को थाने पहुँचने से पहले ही आपस में निपटा लेते थे । मन में एक...
करवाचौथ – दिन पत्नियों का ! मौज पतियों की !
करवाचौथ ! पति के लिए अमृत समान एक ऐसा दिन जिस दिन बीवी अपना हथियार यानि बेलन नहीं उठा सकती ! उस दिन का बीवी के साथ साथ पति भी बड़ी बेसब्र...
MCD में फैले करप्शन को साफ करने का समय आ गया है
कुछ ही समय शेष बचा है दोस्तों, दुनिया के भ्रष्टतम् तंत्र MCD को भाजपा के मकड़जाल से बाहर निकालने का ! पिछले कई वर्षों से दिल्ली में चल र...
Labels
Hasya-Rachna
Blog Archive
►
2016
(1)
►
July
(1)
▼
2015
(16)
►
September
(1)
►
June
(9)
▼
May
(6)
दोस्ती
.... विरासत अपनों की ....
अगले जन्म मोहे बिटिया ही कीजो
पति तेरी यही कहानी
Boyz Vs Girlz
राजनीति एक्सप्रेस :)
About Me
Unknown
View my complete profile
0 comments:
Post a Comment